The Definitive Guide to वशीकरण मंत्र किसे चाहिए
मंत्र की उर्जा और प्रभाव को बढाने के लिए भी इसका प्रयोग किया जाता है.
ये एक आसान सर्वजन वशीकरण मंत्र साधना है जिसके प्रयोग से आप सामने वाले को अपने आकर्षण में ला सकते है.
जीवनसाथी या प्रेमी के साथ संबंध मजबूत करना।
बांध इन्द्र की बांध तारा, बांधू बिद लोही की धारा, उठे इन्द्र न बोले बाव, सूक साख पूंजी हो जाय, बन ऊपर लोकी कड़े हीय लपर लो सूत में, तो बंधन बांधयो सास-ससुर जाया पूत, मन बांधू मंवन्त बांधू विद्या दे साथ, चार खूंट लों फिर आब अमुकी अमुक के साथ रहे गुरु गुरो स्वाहा।
वशीकरण मंत्र और इसके प्रभाव के बारे में कई रहस्य हैं। यह एक ऐसा क्षेत्र है जहां विज्ञान अभी तक अपूर्ण है और अन्य ज्ञान द्वारा इसकी पूरी जानकारी हमें नहीं मिली है। कई लोगों के अनुभवों के अनुसार, ववशीकरण मंत्रों का उपयोग करने से अनूभविक परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। लोग वशीकरण मंत्रों के माध्यम से प्रेम में सफलता, पारिवारिक समस्याओं का समाधान, और व्यापार में उन्नति जैसे विभिन्न क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करने की अपनी अनुभूति साझा करते हैं। यह अद्भुत लग सकता है, लेकिन इसकी वैज्ञानिक प्रमाणिकता अभी तक साबित नहीं हुई है।
कामाख्या में एक विशेष प्रकार के सिन्दूर को कामिया सिन्दूर कहा जाता है। ऐसा और कहीं नहीं मिलता. ऐसा माना जाता है कि अगर विवाहित महिलाएं यह सिन्दूर लगाती हैं तो उन्हें अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है। यदि इसे आह्वान किया जाए तो इसके चमत्कारी प्रभाव से दैनिक जीवन में आने वाली किसी भी समस्या का समाधान हो सकता है। इसे आमंत्रित करने की विधि तो सरल है, लेकिन नियम-कायदों का पालन करना जरूरी है।
नमो भगवते कामदेवाय सर्वजन प्रियाय सर्वजन सम्मोहनाय ज्वल ज्वल प्रज्वल प्रज्वल हन हन वद वद तप तप सम्मोहय सम्मोहाय सर्वजन मे वशं कुरू कुरू स्वाहा
ध्यान और शुद्धि: मंत्र का उच्चारण करने से पहले, आपको मन को शांत करना चाहिए। ध्यान या मेधावी आवस्था में प्रवेश करने के लिए ध्यान करें। अपने शरीर और मन को शुद्ध करने के लिए स्नान और पवित्रता का अनुसरण करें।
विधिः एक छोटी इलायची पर इस मन्त्र का दल माला जप करें और इस अभिमन्त्रित इलायची को अभीष्ट स्त्री को खिला वशीकरण मंत्र किसे चाहिए दें। इससे उसका वशीकरण हो जाएगा। फिर वह आपकी हरेक बात मानने को बाध्य होगी। मन्त्र में अमुकी की जगह उस स्त्री का नाम बोलना आवश्यक है।
सही मंत्र: उद्देश्य के अनुसार विशिष्ट मंत्रों का चयन किया जाता है।
ॐ क्लीं ह्रीं श्रीं ठः ठः (अमुका) मम वश्यं कुरु कुरु स्वाहा॥
इनके निरंतर प्रयोग से आपके अन्दर का तेज और आकर्षण इतना बढ़ जाता है की आप खुद हैरान रह जायेंगे.
बार बार इसका प्रयोग न करे और जिस व्यक्ति के लिए किया है उसके अलावा किसी और के लिए इसे काम में न ले.
विधि: किसी भी सोमवार को, चार लौंग को पान के पत्ते में लपेटकर अपने मुँह में रखें। इसके बाद, किसी नदी या सरोवर में स्नान करते हुए डुबकी लगाएँ। डुबकी के दौरान, इस मंत्र का इक्कीस बार जाप करें। फिर पानी से बाहर निकलकर मुँह में रखी हुई लौंग को निकालें और उसे धूप दिखाएं। यह लौंग जिसे भी खिला दी जाएगी, वह व्यक्ति साधक के प्रभाव में आ जाएगा।